वहीं भारत में अब तक इसके 178 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। जिसमें से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच चीन में हुई रिसर्च से सामने आया है कि A ब्लड ग्रुप वाले लोगों को इसका होने का खतरा ज्यादा होता है। वहीं रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जो लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए आई-ब्रूफेन (Ibuprofen) टेबलेट खाते हैं उन्हें कोरोना होने का खतरा ज्यादा होता है।
वहीं WHO के एक एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप बिना किसी डॉक्टर की सलाह से दवाई ले रहे हैं, तो ऐसे में आप पेरासिटामोल का सेवन करें। भूलकर भी आई-ब्रूफेन (Ibuprofen) को सेवन न करें। मिली जानकारी के मुताबिक एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स जैसे आई-ब्रूफेन से बढ़ने वाला एक एंजाइम कोविड-19 संक्रमण को बढ़ा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आई-ब्रूफेन शरीर दर्द, सिर दर्द और गले दर्द को ठीक करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। वहीं आप भूलकर भी बच्चे और 60 साल से ज्यादा शख्स को बुखार महसूस हो तो उन्हें बिल्कुल भी आई-ब्रूफेन न दें। इसरी जगह पर आप इन्हें पेरासिटामोल दे सकते हैं।
कोरोना वायरस से ऐसे करें बचाव
बाहर जाने से पहले मास्क जरूर पहनें।
आंख, नाक और मुंह को बार बार न छुएं। हाथ मिलाने से बचें।
समय समय पर हाथ धोते रहें। हाथ कम से कम 20 से 30 सेकेण्ड तक धोएं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से बचें।
कपड़ों को नियमित रूप से डेटॉल से धोएं।
फोन को हर दो घंट में सेनिटाइजर से साफ करते रहें।
छींकने और खांसते समय मुंह को हाथ या रुमाल से ढकें।